आखिर प्रारंभिक परीक्षा 2020 की नई तिथि आ ही गई. इस संशय भरे माहौल में सिविल सेवाओं में कैरियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवार बड़ी बेसब्री से इन्तजार कर रहे थै.
अब 4 अक्तूबर, 2020 को एक बड़ी संख्या में उम्मीदवार सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2020 का सामना करने जा रहे हैं.
हम आशा करते हैं कि आप सभी अच्छी तरह से विश्वास के साथ इसका सामना करने के लिए तैयार होंगे. यहाँ हम कुछ सुझाव दे रहे हैं जो आपके लिए परीक्षा हॉल में प्रश्न-पत्रों का प्रयास करते समय में उपयोगी हो सकते हैं.
बहुवैकल्पिक प्रश्नों पर आधारित प्रारंभिक परीक्षा एक विशिष्ट प्रतियोगिता है. जब आप योग्यता परीक्षण आधारित ऐसी समयबद्ध परीक्षा का सामना करते हैं तो प्रभावी रूप से वस्तुनिष्ठ परीक्षण और बहु विकल्प प्रश्नों से निपटने से संबंधित कुछ जानकारी मददगार हो सकती है.
इस तरह के परीक्षणों के लिए परीक्षा तकनीक की उपेक्षा खतरनाक हो सकती है और प्रायः कई उम्मीदवार ऐसी समस्याओं से जूझते नज़र आते हैं जो अच्छी तैयारी के बावजूद प्रारंभिक परीक्षा का प्रयास आशा के अनुरूप नहीं कर पाते.
पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों पर नज़र डालें तो स्पष्ट दीखता है कि प्रश्न-पत्र I (सामान्य अध्ययन) बेहद अप्रत्याशित है और प्रश्न-पत्र II (एप्टीट्यूड टेस्ट) में परीक्षक के नजरिए से जुड़ी अनिश्चितता का अंदाजा लगा पाना आसन नहीं.
हमने कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को सूचीबद्ध करने का एक प्रयास किया है जिसके द्वारा आप इस परीक्षा के बारे में कुछ कौशल और तकनीक के बारे में अंतर्दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं जो आपको आत्मविश्वास से प्रारंभिक परीक्षा का सामना करने में मददगार साबित हो सकते हैं.
हमने कुछ बिंदुओं को सूचीबद्ध किया है जिनसे आपको परीक्षा हॉल में मदद मिलेगी :
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- पिछले वर्षों के अनुभव को देखते हुए ऐसी उम्मीद की जा सकती है कि इस बार फिर प्रश्न-पत्र I में 100 प्रश्न और प्रश्न-पत्र II में 80 प्रश्न होने चाहिए. फिर भी, प्रश्न-पत्र मिलते ही प्रत्येक पेपर में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या की जाँच करें.
- प्रश्न पत्र में पूछे जाने वाले प्रश्नों की कुल संख्या पर एक नज़र एक मोटा अनुमान देता है कि 1 प्रश्न का उत्तर देने के लिए औसत कितने समय की आवश्यकता है. आपका प्रयास प्रश्नों को इससे थोड़ा कम समय में हल करने का होना चाहिए जिससे कठिन प्रश्नों पर अधिक समय दिया जा सके.
- 'समय प्रबंधन' निर्णायक होने जा रहा है, प्रश्नों को हल करते हुए समय के साथ तालमेल बनाये रखने का ध्यान रखें.
- पहली बार में केवल उन्ही प्रश्नों को हल करें जो आप अच्छी तरह से जानते हैं और 100% आश्वस्त हैं.
- आपका उद्देश्य सभी प्रश्नों का उत्तर ढूंढने की बजाय अधिक संख्या में प्रश्नों के सही उत्तर देने का होना चाहिए.
- कट ऑफ के बारे में अपने मोटे अनुमान पर आधारित अपने प्रयास का आकलन लगायें कि क्या आपने काफी सही उत्तर चिन्हित कर दिए हैं जो आपको सुरक्षित ब्रैकेट में ले जा सकते हैं तो आपको ऐसे प्रश्नों से बचना चाहिए जो संदिग्ध लगें.
- अधिक महत्वाकांक्षी बनने की कोई आवश्यकता नहीं है और अज्ञात से प्रतीत होने वाले प्रश्नों से दूरी बनाना ही बेहतर है.
- प्रश्नों को हल करते समय दिए गए सभी विकल्प ध्यान से पढ़ें. कुछ प्रश्नों में कलात्मकता के साथ अक्सर, कम से कम दो विकल्प काफी करीब होते हैं. चौकस निगाहें और शांत मस्तिष्क इस तरह के प्रश्नों का सही उत्तर ढूंढने में मदद करता है.
- ऐसे प्रश्न जो आपको भ्रमित करें, उन्हें बाद में दुसरे चरण में प्रयास हेतु छोड़ दें. ऐसे प्रश्नों पर अधिक समय लगने के कारण आप तनाव में आ सकते हैं और इस वजह से शायाद आपको उन प्रश्नों को हल करने का समय न मिल पाए जिनका प्रयास करने में आप सक्षम हैं.
- यदि आप जरूरी समझें तो ऐसे प्रश्नों को हल करने का प्रयास कर सकते हैं जिनमे आप थोड़ी सी शंका महसूस कर रहे हैं.
- आप ऐसे प्रश्नों को भी देखें जो थोडा परिचित लगते हैं और यदि आप आश्वस्त हों तो आंशिक ज्ञान के आधार पर उन प्रश्नों का प्रयास किया जा सकता है.
- 50-50 वाले प्रश्नों में गलत विकल्प बाहर करने की प्रक्रिया को उपयोग में लायें. यदि आप दिए गए चार विकल्पों में से दो गलत विकल्प छांट लेने में सक्षम हैं तो बाकि बचे दो विकल्पों में से सही उत्तर ढूंढने में मुश्किल नहीं होगी. इस तरह के सवालों में प्रायः जोखिम-इनाम अनुपात आपके पक्ष में होता है.
- कभी कभी, कुछ प्रश्न सामान्य ज्ञान से ही हल किये जा सकते हैं. इसलिए, पूरा प्रश्न ध्यान से पढ़ें और इसे फिर से पढ़ें, हो सकता है कि आप सही उत्तर के बारे में कोई सुराग पा जाएँ जिससे सही उत्तर सुनिश्चित किया जा सके.
- कुछ प्रश्नों में आत्मीयता शामिल होती है और आप सही से लग रहे दो विकल्प में संशय कि स्थिति में आ जाते हैं तो ऐसा उत्तर चुने जो आपको अधिक सही लग रहा हो और कुछ मतलब तर्कपूर्ण बने.
- सरकारी योजनाओं, अधिनियमों और नीतियों आदि से सम्बंधित प्रश्नों में दिए गए कथन बहुत सटीक होते हैं. ऐसे प्रश्नों में 'काफी करीबी' होना पर्याप्त नहीं होता. इस तरह के प्रश्नों का उत्तर ढूंढते समय सावधान रहें.
- संशय वाले प्रश्नों को हल करते हुए जहाँ आपको लगता है कि यह कहीं पढ़ा है, अपनी यादाश्त को उपयोग में लाते हुए दी गयी सूचनाओं को एकत्र कर सही उत्तर बनाने का प्रयास करें.
- संशय वाले प्रश्नों को हल करते हुए यदि याद पड़े कि कुछ ऐसे ही प्रश्नों को तैयारी में अभ्यास के दौरान किस प्रकार से सही उत्तर मिल पाए थे. हो सकता है कि आपका उप-चेतन मन कभी कभी कोई सही राह सुझा दे.
- ऐसे प्रश्नों में जहाँ लगता है कि सही विकल्प ढूंढने में गलती की संभावना अधिक है, ऐसे प्रश्नों को छोड़ देने में ही भलाई है.
- ऐसे प्रश्न जो बिलकुल समझ न पड़ पा रहे हों उन पर समय व्यर्थ न करें.
- उत्तर पत्रक पर चिह्नित करते समय सही विकल्प का चयन करने में सतर्क रहें. किसी प्रकार की लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है.
शांत भाव से और पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रारंभिक परीक्षा में भाग लें और सकारात्मक रुख अपनाएं. मुख्य परीक्षा में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रारंभिक परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ दे.
आप सबको सफलता की शुभकामनायें!