सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा में भाग लेने का मौका हरएक को नहीं मिलता. इसके लिए पात्रता केवल उन उम्मीदवारों को मिलती है जो प्रथम चरण प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त कर यह सौभाग्य अर्जित करते हैं.
पहले चरण में कड़ी प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए, मुख्य परीक्षा में भाग लेने का अवसर बड़ा है और इसे कम करके नहीं आंका जाना चाहिए.
मुख्य परीक्षा से निपटने के लिए आपको आत्मविश्वास से भरी एक सुनियोजित रणनीति की आवश्यकता है.
कुछ उम्मीदवार इस परीक्षा के अलग-अलग चरण पर ध्यान लगा तैयारी की रणनीति बनाते हैं क्योंकि प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों चरणों में अलग दृष्टिकोण से तैयारी की आपेक्षा रखी जाती है.
परन्तु, सही मायने में एक रूप में पूरी परीक्षा-योजना देखना ही सही दृष्टिकोण है.
उम्मीदवारों को तैयारी के शुरू में यह सुझाव दिया जाता है कि एक उच्च प्रदर्शन के लिए प्रारंभिक परीक्षा से कम से कम एक साल पहले से पूरी परीक्षा प्रणाली को ध्यान में रखते हुए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए.
और इस तैयारी कि शुरुआत प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में सामान्य क्षेत्रों की पहचान के साथ आरम्भ हो और मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम उन्मुख दृष्टिकोण के साथ तैयारी शुरू कर देना चाहिए.
मुख्य परीक्षा - अवसर बड़ा है!
यह तो स्पष्ट है कि सिविल सेवा परीक्षा अन्य शैक्षणिक परीक्षाओं से वास्तव में अलग है और इसके लिए आपको साहस, क्षमता और सफल होने के लिए प्रतिबद्धता की जरूरत है.
प्रारंभिक परीक्षा में कठिन प्रतियोगिता के माध्यम से पहले चरण पर ही गैर-गंभीर और औसत उम्मीदवार लगभग बाहर छन जाते हैं.
प्रारंभिक परीक्षा में सफलता के साथ मुख्य परीक्षा (लिखित) में भाग लेने का अवसर बड़ा है और इसे कतई कम नहीं समझना चाहिये.
मुख्य परीक्षा स्तर पर एक उत्कृष्ट प्रदर्शन द्वारा ही आप दूसरों पर बढ़त बना पाएंगे, जो आपकी सफलता एवं उच्च रैंक प्राप्ति में बहुत ही महत्वपूर्ण रोल अदा करेगा.
जब आप मुख्य परीक्षा तक पहुँचने का स्वप्न संजोते हैं, सर्वप्रथम पाठ्यक्रम एवं पिछले कुछ वर्षों के प्रश्न-पत्रों की समीक्षा करके आप परीक्षा की आवश्यकताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करें और फिर जरूरत के अनुरूप आप अपनी क्षमताओं का विश्लेषण कर तैयारी के लिए जरूरी प्रयास का आकलन कर अपनी रणनीति निर्धारित करें.
तैयारी के लिए उपलब्ध समय अवधि का आकलन करके परीक्षा के स्तर तक पहुँचने के लिए आवश्यक प्रयास के लिए जरूरत मेहनत करने के प्रण के साथ तैयार करने की योजना की नींव डालें.
मुख्य परीक्षा की योजना
सिविल सेवा परीक्षा में, दूसरा चरण मुख्य परीक्षा (लिखित) है.
यहाँ, सब उम्मीदवारों को 9 प्रश्न-पत्रों का सामना करने होता है.
2 भाषा के प्रश्न-पत्रों (अंग्रेजी और भारतीय भाषा) - इनका कोई अंक कुल जोड़ में नहीं लिया जाता हैं, लेकिन आप इन दोनो में अर्हता प्राप्त करते हैं तो ही आपके लिखे गए बाकी के प्रश्न-पत्रों का मूल्यांकन किया जाएगा, इसलिए आपको इन दोनों में न्यूनतम अर्हक अंक आवश्यक हैं.
आपका परिणाम सामान्य अध्ययन के चार प्रश्न-पत्रों (250 अंक प्रत्येक), वैकल्पिक विषय के दो प्रश्न-पत्रों (250 अंक प्रत्येक), और एक निबंध प्रश्न-पत्र (250 अंक) में प्राप्तांकों के आधार पर ही होगा.
निबंध:
मुख्य परीक्षा के वर्तमान प्रारूप में निबंध प्रश्न-पत्र को 250 अंकों का महत्व मिला है. इसका महत्व पहले से बढ़ गया है और उम्मीदवारों को उनकी क्षमता दिखाने का और स्कोर उच्च अंक प्राप्त करने का अवसर होगा.
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी इतनी विशाल और प्रभावी है कि निबंध के लिए उम्मीदवारों को व्यावहारिक रूप से अलग से तैयार करने के लिए विशेष प्रयास की जरूरत नहीं होती.
आपको 3 घंटे की अवधि के दौरान दिए गए विषयों में से प्रत्येक खण्ड़ में से एक विषय पर निबंध लिखना होता है और इसमें शब्द-सीमा परिभाषित नहीं है.
प्रभावी निबंध-लेखन एक कला है और अपने उद्देश्य प्राप्ति के लिए अच्छे अंक लाने का प्रयास सभी करते हैं.
आपको निबंध-लेखन का विषय चुनने के लिए विभिन्न मुद्दों, विषयों और विषयों की विविधता के रूप में पर्याप्त विकल्प दिया जाता है.
सामान्य अध्ययन:
सामान्य अध्ययन का क्षेत्र विस्तृत है. तैयार करने के लिए एक विशाल पाठ्यक्रम से उम्मीदवारों का सामना और मुद्दों के विविध प्रकृति इसे और अधिक कठिन बनाता है.
सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम के कई घटक दोनों चरणों (प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा) में उपस्थित हैं और यही वजह है कि उम्मीदवारों को सुझाव दिया जाता है कि सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए शुरू से ही एकीकृत दृष्टिकोण अपनाना चाहिए.
वास्तव में, सामान्य अध्ययन के लिए तैयार करने की योजना जब आप गंभीरता से इस परीक्षा के बारे में सोचें उससे बहुत पहले शुरू हो जानी चाहिए. इसकी शुरुआत सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम के कुछ परंपरागत घटकों के प्रति समझ और आधारभूत तैयारी हेतु एन.सी.ई.आर.टी. की पुस्तकों के साथ होनी लाभकारी है और नवीनतम घटनाक्रम की तैयारी के लिए नियमित समाचार पत्र अध्ययन सबसे अच्छी रणनीति है.
सामान्य अध्ययन के चार प्रश्न-पत्रों का पाठ्यक्रम, जिनमे कई घटक शामिल हैं, की तैयार करना चुनौतीपूर्ण है.
इस परीक्षा में उम्मीदवार विविध पृष्ठभूमि से आते हैं और प्रत्येक की अलग पसंद और नापसंद है. पाठ्यक्रम देख प्रथम द्रष्टया कुछ जाना जाना सा लगता है और कुछ अज्ञात, अनसुना सा महसूस होता है.
इस स्थिति में आत्म-विश्लेषण आपके सबल पक्ष और कमजोर क्षेत्रों का निर्धारण करने में सहायक होगा जिससे कि आप पाठ्यक्रम सम्बन्धी आवश्यकताओं का अनुमान लगा सकते हैं किन क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.
विभिन्न घटकों की तैयारी के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाते हुए अपनी आवश्यकताओं के अनुसार प्राथमिकता स्थापित करें.
फिर, कुछ विषय और कुछ की प्रकृति गतिशील है. परिवर्तन स्थिर है और कई मुद्दों पर समय और सतत विकास के विभिन्न आयामों के साथ घटित विकास पर पैनी नज़र की आवश्यकता है.
इस से निपटने के लिए समाचार प्रवाह पर गहरी निगरानी आवश्यक है, नियमित रूप से इन छोटी-छोटी सूचनाओं का अपनी आवश्यकताओं से संबंधित जोड़ें और तदनुसार, लगातार अपने ज्ञान को अद्यतन करें.
आज के समय में जब परीक्षा का मानक बुनियादी बातों के बहुत ऊपर चला गया है, परीक्षकों की आपसे उम्मीद है कि आप अपनी बात, तथ्यों और समस्याओं पर तथा उभरती संभावनाओं के संबंध में उचित दृष्टिकोण दर्शायें.
नए प्रारूप में नवीन प्रविष्टि सामान्य अध्ययन चतुर्थ प्रश्न-पत्र पर अधिक से अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. जब परीक्षा में इस प्रश्न पत्र के साथ सामना करने के लिए आप तैयारी कर रहे हैं तो परीक्षण का स्वरुप स्पष्ट है और यदि तैयारी अच्छी है तो अनुमान करना मुश्किल नहीं होगा.
मेरा मानना है कि यह प्रश्न-पत्र अभिवृति, प्रासंगिक ज्ञान और जागरूकता की जाँच करता है और इससे सम्बंधित व्यावहारिक प्रतिमान के आधार पर किस प्रकार के स्थितिजन्य प्रश्नों से सामना हो सकता है, इसका अनुमान लगा सकते हैं.
वैकल्पिक विषय:
वर्तमान प्रारूप में, आपको केवल 'एक' वैकल्पिक विषय का चुनाव करना है, लेकिन, यह महत्वपूर्ण निर्णय है जिसे आपने उच्च प्रदर्शन के साथ अपनी रणनीति का हिस्सा बनाना है जो अंत में आपकी सफलता में प्रतिबिंबित होगा.
विविध पृष्ठभूमि से उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा में अपनी पसंद के विभिन्न विषयों को ले कर परीक्षा में बैठते हैं. कुछ अपने विषय में विश्वास दिखाते हैं तो कुछ एक नया विषय ले अपनी तैयारी शुरू करते हैं.
वैकल्पिक विषय का चयन करते समय थोड़ा बुद्धिशीलता को उपयोग में लायें, किसी विशेष विषय के लिए हां कहने से पहले विभिन्न विषयों का विश्लेषण करने के लिए कुछ समय खर्च करें और विभिन्न मानकों के आधार पर अपने निर्णय का मूल्यांकन करने के बाद ही अंतिम निर्णय लें.
किसी विषय विशेष पर मन बनाने से पहले, विषय के साथ जुड़े फायदे और कठिनाइयों के बारे में जानें. विषय को ले कर उन क्षेत्रों की पहचान करने का प्रयास करें जहाँ आपको सहज महसूस नहीं हो रहा है.
औरों को देख किसी एक विषय से प्रभावित तो हो सकते हैं जिसमे कई उम्मीदवार उच्च प्रदर्शन कर पाए हैं या वह विषय उच्च स्कोरिंग माना जाता है परन्तु, यदि यह आपकी समझ से बहार है और आपकी रूचि का नहीं है तो ऐसा चुनाव आपके हित में नहीं है.
क्या आप उस के साथ एक ईमानदार प्रयास दे सकते हैं? आप खुद तय करें.
आप आप स्नातक/स्नातकोत्तर अध्ययन के दौरान पढ़े विषय को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते हैं तो यह फिर भी समझदारी होगी, जहाँ तैयारी की नींव सामान्य रूप से पहली पढ़ाई द्वारा प्राप्त सीख-समझ, ज्ञान और कौशल पर बनायी गयी होगी.
इस परीक्षा से जुड़े विभिन्न चरणों की तैयारी में कई विकल्पों पर निर्णय लेने का मौका पड़ता है और जो उम्मीदवार सही निर्णय लेते हुए आगे बढ़ते हैं सफल हो कर उभरने बनाने वालों में अपने नाम पाते हैं.
क्या पढ़ें ?
एक ठोस नींव रखने के लिए एन.सी.ई.आर.टी. की किताबों के साथ शुरुआत करें और नियमित समाचार पत्र अध्ययन करें.
अपने दृष्टिकोण को व्यापक करने के लिए अधिकाधिक पढ़ने की आदत विकसित करना बहुत महत्वपूर्ण है.
सामान्य अध्ययन हो या वैकल्पिक विषय किसी एक पुस्तक पर या किसी कोचिंग के नोट्स पर ही निर्भर होना सही नहीं. चाहे कोई पाठ्यक्रम को कवर करने का वादा करे तो भी मूल पाठ्य पुस्तकों को आधार बनाएं.
मुख्य परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रासंगिक, अद्यतन अध्ययन सामग्री की जरूरत है जो आपको प्रतिस्पर्धा में बढ़त दे, इसलिए सबसे अच्छी अध्ययन सामग्री एकत्रित करने की कोशिश करें और अध्ययन के लिए विस्तृत योजना बनायें.
समसामयिक घटनाओं के बारे में अद्यतन ज्ञान और जागरूकता का उपयोग बहुमूल्य होगा.
उत्तर लेखन युक्तियाँ:
आपको प्रश्न पढ़ने में थोड़ा अतिरिक्त देखभाल की जरूरत है. यह समझने का प्रयास करें कि क्या पूंछा जा रहा है. प्रश्न की मांगों के अनुरूप, एक सरल, कम शब्दों में लेकिन विश्लेषणात्मक और सटीक उत्तर देने का प्रयास करें.
अभ्यास पर जोर दें जिससे उत्तर लेखन-शैली में निरंतर सुधार आये और इसमें आपका गहरा ज्ञान प्रदर्शित हो और यह परीक्षा भवन में आपको समय-प्रबंधन में भी मदद करता है.
एक सलाह:
ज्ञान और बुद्धि के साथ कठिन परिश्रम का सम्मिश्रण आपकी सफलता के लिए अनमोल है और यदि इसमें दृढ़ता को भी जोड़े दें तो यह सफलता के लिए एक निश्चित नुस्खा है.
इस परीक्षा में बैठने के लिए निर्णय अपने आप में बड़ी चुनौती है और यदि आप में विश्वास है, अपनी क्षमताओं पर भरोसा है, और अपने आप पर नियंत्रण होने के अलावा दृढ़ संकल्प है, तो आप जो भी लक्ष्य ले कर चल रहे हैं, प्राप्त कर सकते हैं.
तैयारी में उपयोगी लेख
सिविल सेवा परीक्षा: सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए एकीकृत दृष्टिकोण
NCERT पुस्तकों की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका और पढ़ने का उपयोग
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