सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिये उपयुक्त वैकल्पिक विषय का चयन महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक है. वैकल्पिक विषय के चयन इतना आसान नहीं है और आपको अंतिम निर्णय लेने से पहले विश्लेषण की आवश्यकता है. अधिकाँश उम्मीदवारों के लिए वैकल्पिक विषय चयन के प्रमुख कारकों में से एक वैकल्पिक विषय का पिछला प्रदर्शन और सफलता दर उन्हें अंतिम निर्णय लेने में मदद करता हैं. इस आधार पर निम्न तालिका वैकल्पिक विषयों चुनने की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी. (स्रोतः संघ लोक सेवा आयोग की नवीनतम 64वीं वार्षिक रिपोर्ट)
मुख्य परीक्षा 2013 से नए प्रारूप में उम्मीदवारों को उपलब्ध वैकल्पिक विषयों की सूची से केवल 'एक' वैकल्पिक विषय लेने की जरूरत है. कई उम्मीदवार वैकल्पिक विषयों की लघु सूची में से अंतिम निर्णय के लिये कुछ दृढ़ विश्वास पाने हेतु वैकल्पिक विषय के पिछले प्रदर्शन और सफलता-दर पर निर्भर करते हैं.
शीर्ष वैकल्पिक विषयों के प्रदर्शन
पिछले वर्ष के समतुल्य, वैकल्पिक विषय चिकित्सा विज्ञान सर्वोच्च सफलता-दर के साथ शीर्ष पर बना हुआ है. कुछ विषय जैसे अर्थशास्त्र, विधि, वाणिज्य और प्रबंधन आदि हालांकि अभी सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक विषय नहीं, लेकिन उच्च सफलता दर के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.
आज केवल 'एक' वैकल्पिक विषय के समय में इन विषयों के प्रदर्शन का महत्व सामने आ रहा है जहाँ कई उम्मीदवार वैकल्पिक विषय के रूप में अपने स्वयं के विषय पर भरोसा कर रणनीति बना रहे हैं जिससे बचा हुआ समय और प्रयास की अन्य क्षेत्रों में विशेष रूप से सामान्य अध्ययन की तैयारी में लग सके जिसकी अब परीक्षा में प्रमुख हिस्सेदारी है.
सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक विषय का प्रदर्शन
पिछले वर्षों की भांति सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा 2012 में भी लोक प्रशासन सबसे पसंदीदा विषय तो बना रहा, लेकिन लोक प्रशासन के साथ उम्मीदवारों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. साथ ही यह ध्यान रहे कि इनमें से अधिकाँश सफलता अंग्रेजी माध्यम के उम्मीदवार ही पा सके.
लोक प्रशासन 5.1 प्रतिशत की सफलता दर के साथ तालिका के निचले स्थान पर है.
भूगोल और समाजशास्त्र क्रमशः दूसरे और तासरे स्थान पर हैं. अनुमान लगाने में कोई आश्चर्य नहीं कि इतिहास चौथे स्थान पर बना हुआ है.
मनोविज्ञान पांचवां सबसे लोकप्रिय विकल्प रहा है और एक संकीर्ण अंतर से दर्शनशास्त्र को छटे स्थान पर धकेलने में सफल रहा है. राजनीतिक विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध 7वें स्थान पर रहा हैं.
वैकल्पिक विषयों के रूप में भाषाओं के साहित्य के साथ उम्मीदवारों का प्रदर्शन
सबसे अच्छी सफलता-दर वाले शीर्ष तीन वैकल्पिक विषयों को देखें तो भाषाओं के साहित्य - असमिया (8 उम्मीदवारों), संथाली (3 उम्मीदवारों) और तमिल (100 उम्मीदवारों) विराजमान हैं. उम्मीदवारों की इतनी कम संख्या के आधार पर कोई निर्णय उचित नहीं क्योंकि अंतिम सफलता के आधार पर सफलता-दर में कुछ नाटकीय विचलन स्वभाविक है.
हम भाषाओं के साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले उम्मीदवारों को देखें तो केवल हिंदी भाषा का साहित्य ही बड़ी संख्या में उम्मीदवारों (505 उम्मीदवारों) को आकर्षित करता है और 11.7 फीसदी की सफलता दर के साथ, हाल में यह अपनी लोकप्रियता बढ़ाने में सक्षम रहा है.
भाषाओं के साहित्य की सफलता दर का विश्लेषण करते हुए और अधिक ध्यान देने की जरूरत है
प्रवृत्ति के अनुरूप, उम्मीदवार या तो सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक विषय पर ध्यान लगाते हैं या फिर वैकल्पिक विषय में सर्वोच्च सफलता दर द्वारा मोहित हो चयन हेतु लधु-सूची वाले वैकल्पिक विषयों के विश्लेष्ण में लिप्त हो जाते हैं.
भाषाओं के साहित्य के साथ कुछ अद्भुत परिणाम का उत्पादन और उच्च सफलता दर के साथ तालिका में शीर्ष पर कब्जा किया है.
इस सूची में सभी वैकल्पिक विषयों की शीर्ष सफलता दर पर भाषा के साहित्य दिख रहे हैं जो शायद उच्च सफलता दर से आपको आकर्षित करें; लेकिन, इन विषयों के साथ परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों की संख्या और अंतिम चयनित उम्मीदवारों की संख्या पर ध्यान देने की जरूरत है.
निम्नलिखित तालिका पर एक नज़र सिविल सेवा परीक्षा 2012 में वैकल्पिक विषयों के साथ उम्मीदवारों के प्रदर्शन प्रस्तुत कर रही है.
सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा2012 में शामिल और वैकल्पिक विषयों के साथ चयनित उम्मीदवारों का वितरण
क्रम संख्या |
वैकल्पिक विषय |
उम्मीदवारों की संख्या |
सफलता दर |
|
परीक्षा में बैठे |
अनुशंसित |
|||
1 |
चिकित्साविज्ञान |
235 |
55 |
23.4 |
2 |
पशुपालनएवंपशुचिकित्साविज्ञान |
52 |
12 |
23.1 |
3 |
अर्थशास्त्र |
269 |
51 |
19 |
4 |
विधि |
246 |
42 |
17.1 |
5 |
कृषि |
122 |
20 |
16.4 |
6 |
वाणिज्यशास्त्र औरलेखा विधि |
188 |
28 |
14.9 |
7 |
प्रबंधन |
167 |
24 |
14.4 |
8 |
भू-विज्ञान |
28 |
4 |
14.3 |
9 |
प्राणिविज्ञान |
228 |
29 |
12.7 |
10 |
वनस्पतिविज्ञान |
104 |
12 |
11.5 |
11 |
राजनीतिकविज्ञानऔरअंतर्राष्ट्रीयसंबंध |
1107 |
121 |
10.9 |
12 |
रसायनविज्ञान |
104 |
11 |
10.6 |
13 |
सिविलइंजीनियरी |
47 |
5 |
10.6 |
14 |
समाजशास्त्र |
2490 |
230 |
9.2 |
15 |
दर्शन शास्त्र |
1116 |
99 |
8.9 |
16 |
इतिहास |
2090 |
174 |
8.3 |
17 |
मनोविज्ञान |
1163 |
92 |
7.9 |
18 |
भूगोल |
4351 |
314 |
7.2 |
19 |
गणित |
325 |
23 |
7.1 |
20 |
नृविज्ञान |
579 |
38 |
6.6 |
21 |
भौतिकी |
266 |
17 |
6.4 |
22 |
विद्युतइंजीनियरिंग |
126 |
8 |
6.3 |
23 |
सांख्यिकी |
16 |
1 |
6.3 |
24 |
लोकप्रशासन |
7077 |
359 |
5.1 |
25 |
यांत्रिकइंजीनियरी |
64 |
3 |
4.7 |
भाषाओं के साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले उम्मीदवारों का प्रर्दशन |
||||
26 |
असमिया भाषा का साहित्य |
8 |
3 |
37.5 |
27 |
संताली भाषा का साहित्य |
3 |
1 |
33.3 |
28 |
तमिल भाषा का साहित्य |
100 |
25 |
25 |
29 |
उर्दू भाषा का साहित्य |
27 |
6 |
22.2 |
30 |
अंग्रेजी भाषा का साहित्य |
64 |
14 |
21.9 |
31 |
मराठी भाषा का साहित्य |
39 |
6 |
15.4 |
32 |
मलयालम भाषा का साहित्य |
125 |
19 |
15.2 |
33 |
मैथिली भाषा का साहित्य |
75 |
11 |
14.7 |
34 |
गुजराती भाषा का साहित्य |
62 |
9 |
14.5 |
35 |
कन्नड़ भाषा का साहित्य |
123 |
16 |
13 |
36 |
हिंदी भाषा का साहित्य |
505 |
59 |
11.7 |
37 |
संस्कृत भाषा का साहित्य |
88 |
10 |
11.4 |
38 |
तेलुगू भाषा का साहित्य |
100 |
11 |
11 |
39 |
पंजाबी भाषा का साहित्य |
60 |
6 |
10 |
40 |
पाली भाषा का साहित्य |
378 |
28 |
7.4 |
41 |
बंगाली भाषा का साहित्य |
12 |
0 |
0 |
42 |
बोडो भाषा का साहित्य |
1 |
0 |
0 |
43 |
डोगरी भाषा का साहित्य |
1 |
0 |
0 |
44 |
फ्रेंच भाषा का साहित्य |
3 |
0 |
0 |
45 |
कोंकणी भाषा का साहित्य |
1 |
0 |
0 |
46 |
मणिपुरी भाषा का साहित्य |
26 |
0 |
0 |
47 |
उड़िया भाषा का साहित्य |
14 |
0 |
0 |
48 |
फारसी भाषा का साहित्य |
2 |
0 |
0 |
49 |
रूसी भाषा का साहित्य |
1 |
0 |
0 |
50 |
सिंधी (देवनागरी लिपि) भाषा का साहित्य |
2 |
0 |
0 |
सफलता-दर के आधार पर वैकल्पिक विषय चुनाव में विशेष सतर्कता बरतें
किसी वैकल्पिक विषय विशेष के साथ शामिल होने के उम्मीदवारों की संख्या के साथ भ्रमित नहीं हों क्योंकि इनकी सफलता-दर मिश्रित भाग्य के रूप में सामने आ सकती है. अंतिम निर्णय अत्यंत देखभाल और पिछले वर्ष के आंकड़ों के साथ तुलना कर लेना ही हितकर होगा.
सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक विषयों के परिणाम से इन विषयों की सफलता दर के बारे में कुछ सुराग फिर भी लिया जा सकते हैं; लेकिन, ऐसे वैकल्पिक विषय जो ज्यादा लोकप्रिय नहीं हैं उन्हें अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुनाव में इन आँकड़ों को संदर्भ में लेते समय सावधान रहने की जरूरत है.
पिछले कुछ वर्षों में इन विषयों के परिणाम और सफलता-दर को तुलनात्मक रूप से देखें तो बड़ा आश्चर्य संभंवित है जिसके परिणामस्वरूप वर्ष-दर-वर्ष आश्चर्यजनक रूप से सफलता-दर भिन्न हो सकती है.
अपने कथन को स्पष्ट करने के लिए उदाहरण स्वरूप वैकल्पिक विषय कृषि के परिणाम लें जिसकी सिविल सेवा परीक्षा 2008 में 18.6 प्रतिशत की सफलता-दर थी. परीक्षा 2009 में यह गिर कर 10.6 फीसदी पर आ गई. अगले ही वर्ष 2010 में वैकल्पिक विषय कृषि केवल 1.5 प्रतिशत सफलता दर दे सका. लेकिन, परीक्षा 2011 में फिर से बढ़त के साथ 12.1 फीसदी की सफलता दर दिखा गया. अब, परीक्षा 2012 में यह 16.4 प्रतिशत की उच्च सफलता दर दर्शा रहा है.
वैकल्पिक विषय लेने वाले उम्मीदवारों की कम संख्या और वर्ष विशेष में परिणाम में धटत-बढ़त सफलता दर में इस तरह के अप्रत्याशित बदलाव दिखा सकती है जिस पर निर्भर नही किया जा सकता.
यह आँकड़े क्या संप्रेषित करते हैं?
हर वैकल्पिक विषय अच्छा है और आप पायेंगे कि प्रायः सभी वैकल्पिक विषयों के साथ उम्मीदवार सफलता हासिल करते हैं. हर विषय की कुछ विशेष मांग होती हैं और जब तक आप अपनी पसंद के वैकल्पिक विषय के साथ न्याय कर सकते हैं, आप चाहें कोई भी विषय हो उसे लेने के बारे में सोच सकते हैं.
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